मुग़ल साम्राज्य के अंतर्गत कई ऐसे महान शासक हुए जिन्हें आज भी इतिहास उनकी उदारता एवं कला से प्रेम के कारण याद रखता है| बाबर से लेकर औरंगजेब तक मुगल साम्राज्य सबसे अधिक शक्तिशाली माना जाता रहा एवं इसने सम्पूर्ण ...

बचपन एवं विवाह: रानी लक्ष्मी बाई का जन्म का वास्तविक नाम ‘मणिकर्णिका’ था और प्यार से इन्हें मनु कहकर बुलाया जाता था| इनका जन्म मराठी ब्राह्मण परिवार में 19 नवम्बर 1828 ई. को उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी में हुआ ...

पाषाण संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है पत्थर, यह उस समय का इतिहास है जब मानव पत्थरों पर अधिक आश्रित था एवं उसे चीजों के इस्तेमाल का ज्ञान न के बराबर ज्ञान था| पाषाण काल को प्रागीतिहासिक ...

औद्योगिक क्रांति का अर्थ: अठारवीं सदी के अंत होते-होते एवं उन्नीसवीं सदी की शुरुआत में दुनिया के विभिन्न भागों में सामाजिक, आर्थिक, एवं तकनीकी रूप से काफी आधुनिक बदलाव आया जिसमें हाथों का काम अब मशीने करने लगी थी एवं ...

1947 ई. में ब्रिटिश शासन के लम्बे राज से आजाद होने के बाद भारत भी दो भागों में विभक्त हो गया एवं एक नया देश पाकिस्तान बनाया गया किन्तु स्वतन्त्रता के पश्चात् भी इन दोनों देशों के बीच कलह एवं ...

शरीर को सेहतमंद बनाए रखने के लिए विटामिन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन्हीं विटामिनों में से शरीर के लिए एक मत्वपूर्ण विटामिन है ‘विटामिन-ई’। अगर शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाए तो यह शरीर के लिए हानिकारक सिद्ध ...

सोलहवीं सदी के राजपूताना या राजस्थान के महान शासको में से एक माने जाने वाले महाराणा प्रताप का जन्म 1540 ई. को हुआ| बचपन में इन्हें प्यार से कीका कहकर पुकारा जाता था एवं शुरू से ही प्रताप अनुशासन प्रिय, ...

असहयोग आन्दोलन के असफल होने के बाद अंग्रेजों को यह भली भांति समझ आ गया कि भारतीय जनता अब उनसे नाराज है अत: 1927 ई. में गाँधी जी को उस समय के वायसराय लार्ड इरविन ने दिल्ली आमंत्रित किया जिसमे ...

भारत को 15 अगस्त 1947 ई. को आजादी का उपहार जरुर मिला जिसकी वह कितने समय से इंतजार में था एवं लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई| किन्तु इस उपहार की कीमत भारत के विभाजन से चुकानी पड़ी जिसमे देश ...

द्वितीय विश्व युद्ध के समय भारत ने ब्रिटिश सरकार का अच्छा सहयोग किया ताकि भारत की आजादी का मार्ग प्रशस्त हो सके| 1945 ई. में सेकंड वर्ल्ड वॉर समाप्त हो चुका था एवं अंग्रेजो की हालत भी अब बुरी थी ...