क्यों जरूरी है विटामिन ई?

शरीर को सेहतमंद बनाए रखने के लिए विटामिन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन्हीं विटामिनों में से शरीर के लिए एक मत्वपूर्ण विटामिन है ‘विटामिन-ई’। अगर शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाए तो यह शरीर के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती हैं। आइए जानते है कि विटामिन ई हमारे लिए क्यों जरूरी है और अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए तो क्या बुरे परिणाम हो सकते हैं।

विटामिन ई शरीर के लिए उपयोगी अन्य सभी महत्वपूर्ण विटामिनों में से एक हैं। वैसे एक वयस्क इन्सान को रोजाना कम से कम 15 मिलीग्राम विटामिन ई की आवश्यकता होती हैं। अगर शरीर में विटामिन ई की मात्रा इससे कम होती है तो कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। विटामिन ई का सबसे महत्वपूर्ण काम होता है हमारे शरीर के इन्म्यून सिस्टम को मजबूत बनना। शरीर का मजबूत इन्म्यून सिस्टम रोगों से लड़ने में सहायक होता हैं। यदि शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाए तो सबसे पहले रोगप्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ेगा। जिससे शरीर जल्दी से बीमारियों का शिकार हो जाएगा और उन बीमारियों से लड़ने में असमर्थ होगा।

इसी के साथ ही विटामिन ई रक्त में लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण का कार्य करता हैं। साथ ही यह रक्त को पतला करता है ताकि शरीर में उसका प्रवाह ठीक तरह से हो। विटामिन ई में मौजूद एंटी-एजिंग गुण त्वचा को न केवल चमकदार बनाता है बल्कि झुर्रियों से दूर रखता हैं। लेकिन यदि विटामिन ई की कमी होगी तो त्वचा में झुरियां पड़ने लगेंगी और आपका शरीर समय से पहले बुढा लगने लगेगा। विटामिन ई के अन्य कार्यों में से एक कार्य है उत्तकों और मांसपेशियों को उनके सामान्य रूप में बनाए रखना। कैंसर, भूलने की बीमारी और ह्रदय रोग जैसी समस्याओं को कम करने में भी विटामिन ई काफी ज्यादा सहयाक होता हैं। इसके साथ ही यदि अगर शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाए तो वह पुरुषों में नपुंसकता का कारण भी बन सकती हैं। वहीं विटामिन ई की कमी मनुष्य के दिमाग की नशों को भी हानि पहुंचा सकती है, जिससे लाखवा या मौत का ख़तरा हो सकता हैं

वयस्क इंसान की तरह छोटे बच्चों के लिए भी विटामिन ई बहुत आवश्यक हैं। बच्चों को रोजाना लगभग 7 मिलीग्राम विटामिन ई की जरुरत होती हैं। अगर नवजात बच्चों में विटामिन ई की कमी होती है तो उनमे एनीमिया होने का ख़तरा बढ़ जाता हैं। जो न केवल उन्हें कमजोर कर देता है, बल्कि मौत का कारण भी बन सकता हैं। इसी के साथ भोजन को पचाने, बालों को लम्बा और घाना करने आदि में भी विटामिन ई की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं।