असहयोग आन्दोलन के असफल होने के बाद अंग्रेजों को यह भली भांति समझ आ गया कि भारतीय जनता अब उनसे नाराज है अत: 1927 ई. में गाँधी जी को उस समय के वायसराय लार्ड इरविन ने दिल्ली आमंत्रित किया जिसमे ...

भारत को 15 अगस्त 1947 ई. को आजादी का उपहार जरुर मिला जिसकी वह कितने समय से इंतजार में था एवं लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई| किन्तु इस उपहार की कीमत भारत के विभाजन से चुकानी पड़ी जिसमे देश ...

द्वितीय विश्व युद्ध के समय भारत ने ब्रिटिश सरकार का अच्छा सहयोग किया ताकि भारत की आजादी का मार्ग प्रशस्त हो सके| 1945 ई. में सेकंड वर्ल्ड वॉर समाप्त हो चुका था एवं अंग्रेजो की हालत भी अब बुरी थी ...

मनुष्य अपने जीवन में कई सारे अनुभव करता है, जो उसके मष्तिष्क में स्मृतियों के रूप में एकत्रित रहते हैं। यही स्मृति मनुष्य की याद कहलाती हैं। या कहा जा सकता है, कि मनुष्य अपने सम्पूर्ण जीवन में जो भी ...

आपने अक्सर ख़बरें सुनी होंगी कि एक विशालकाय बवंडर ने एक पूरे मकान को जमीन से उखाड़कर 50 किलोमीटर दूर फेंक दिया। लेकिन क्या सच में बवंडर से जमीन पर बना एक भारी भरकम मकान उखड़कर दूर फेका जा सकता ...

क्रिप्स मिशन के नाम से प्रचलित यही प्रावधान द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की सहायता प्राप्त करने के लिया प्रधानमंत्री चर्चिल द्वारा 1942 ई. में स्टेफोर्ड क्रिप्स को भारत भेजा गया जो कि उस समय इंग्लैंड में मजदूर नेता थे ...

भारत की स्वतन्त्रता में महात्मा गाँधी का योगदान काफी अच्छा रहा जिसने अंग्रेजो से भारत को आजाद करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है| गाँधी जी ने भारत को वापस वही सम्मान का दर्जा दिलवाने के लिए कई आन्दोलन चलाये जिसमे ...

इन दिनों सड़कों पर आपने बिना आवाज के सरपट दौड़ते खुले रिक्शों को देखा होगा, यही रिक्शा ‘ई रिक्शा’ कहलाते है। वजन में काफी हल्के और बैटरी से चलने वाले ये ई रिक्शा आम लोगों की पंसद बन चुके हैं। ...

हमारे आसपास कई तरह के लोग होते है, जो आकृति, आकर और रंग में एक दुसरे से भिन्न होते है। जहां किसी का रंग काला होता है, तो किसी का गोरा, कोई सांवला होता है तो कोई गेहुंआ। लेकिन आपने ...

इतिहास बहुत से समृद्ध एवं शक्तिशाली लोगों से भरा हुआ है जिसे उंगलियों पर गिनना आसान नहीं किन्तु फिर भी कुछ लोग ऐसे हुए जिन्होंने अपने शासन काल के दौरान कुछ ऐसा किया जिसने उन्हें प्रसिद्ध बना दिया| आइये देखते ...