पारिस्थितिकी या इकोलॉजी, पर्यावरण में रहने वाले सभी जीव-जन्तुओ एवं प्राणियों के आपसी सम्बन्ध एवं उनके क्रियाकलापों के अध्ययन करने की प्रक्रिया को कहा जाता है| साधारणतया पारिस्थितिकी को अंग्रेजी में “एनवायरमेंट बायोलॉजी” भी कहा जाता है, जो जीव विज्ञानं ...

पादप जीवविज्ञानं एवं वनस्पति जगत का एक अहम् एवं विशाल हिस्सा है, जिसमे छोटे पेड़ एवं पौधे सम्मिलित होते है| पादपो की हजारो प्रजातिया अस्तित्व में विद्यमान है, जिसमे से अधिकाशत: अपना भोजन प्रकाश संश्लेष्ण की क्रिया द्वारा स्वय बनाते ...

ठोस अपशिषट का अर्थ प्राय: घरों एवं व्यवसायिक संस्थाओ से निकलने वाले कचरे से है, जो कि प्लास्टिक की बोतलें, कपडे, डब्बे, प्लास्टिक की थैलिया आदि के रूप में घर से बाहर फेंका जाता है, अथवा कचरापात्र में डाला जाता ...

जैविक व अजैविक घटक, परिस्थितिकी अध्ययन का एक महत्वपूर्ण भाग है, जिसमे सभी पेड़-पौधों, जीव-जन्तुओ, वनस्पति, सूक्ष्म जीवो एवं यहाँ तक कि मनुष्य भी शामिल है| जैविक व अजैविक घटक आपस में सम्बन्धित होते हुए एक दूसरे से परस्पर क्रियाकलाप ...

जैवमंडल का साधारण भाषा में अर्थ उस स्थान या भाग से है, जहा जीव निवास करते है और अपनी संख्या को बढाते है, इसे जैवमंडल कहा जाता है| जैवमंडल के अंतर्गत स्थलमंडल, जलमंडल एवं वायुमंडल के सभी जीवों का समावेश ...

ग्रीन हाउस प्रभाव एक महत्वपूर्ण प्राक्रतिक घटना है, जिसका उद्देश्य पृथ्वी की सतह को उष्म बनाये रखना एवं सूर्य से आने वाले ताप को अवशोषित करना है। ग्रीन हाउस प्रभाव एक प्राक्रतिक व्यवस्था है, जो पृथ्वी पर जीवन को पनपना ...

ओजोन छिद्र आज तक का सबसे चिंताजनक विषय है, जिससे सभी वैज्ञानिक चिंतित है! हमारी पृथ्वी के चारों और एक परत विद्यमान है, जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से हमारी सुरक्षा करती है, और इसी परत को ...

ऊर्जा प्रवाह पर्यावरण में रहने वाले सभी जीव-जन्तुओ, वनस्पति, एवं मनुष्यों के लिए जीवित रहने का एक अग्रिम स्त्रोत है, जिसके कारण प्राणीमात्र की उत्पति होती है, एवं पौधे अपना भोजन बनाते है, तथा समस्त संसार को ऊर्जा प्राप्त होती ...

उत्पादन एक प्रक्रिया का नाम है जिसके अंतर्गत अपनी आवश्यकताओ एवं उपयोगिताओ में वृद्धि एवं उनको पूरा करने के लिए वस्तुओ का निर्माण या सृजन किया जाता है| साधारण शब्दों में हम कह सकते है कि उत्पादन मानवीय जरुरतो को ...

इकोसिस्टम, परिस्थितिकी तंत्र या पारितंत्र का अर्थ उस अवधारणा या क्षेत्र से है, जहाँ सभी जीव-जन्तु. पौधे, पादप आदि शामिल है| ये सभी जीव पर्यावरण में आपस में अंत:क्रिया करके एवं सामूहिक रूप से एक दुसरे पर आश्रित रहते हुए ...