आयरन की कमी से होने वाले रोग

फल और सब्जियां

आयरन, शरीर के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है, जो शरीर में प्रोटीन, मांसपेशियों की सरंचना, एवं अन्य जरूरी एंजाइम बनाने का कार्य करता है| आयरन से शरीर की लाल रुधिर कणिकाओ को पर्याप्त आक्सीजन मिलता है एवं हीमोग्लोबिन का संचार होता है| आयरन की कमी से विभिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न हो सकते है, जिसमे खून की कमी होने से थकान, चिडचिडापन एवं कमजोरी आदि बाते शामिल है|

आयरन की अत्यधिक कमी से शरीर को काफी नुकसान पहुँचता है| विशेष रूप से आयरन हरी सब्जियों एवं फलों में पाया जाता है, इसके साथ-साथ गुड, मछली, मांस आदि में भी आयरन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है| ऐसा माना जाता है, कि पुरुषों की तुलना में महिलाओ में आयरन की कमी अधिक होती है|

आयरन की कमी से होने वाली समस्याए इस प्रकार है:-

थकान का अनुभव होना:

आयरन की कमी से जल्दी थकान का होना एवं किसी कार्य को करने की इच्छा न होना आम बात है| खास तौर पर महिलाओ में यह समस्या ज्यादा देखी गई है| कुछ महिलाये इसे महत्व नहीं देती परन्तु ये एक चिंता का विषय है|

कमजोरी महसूस होना:

पर्याप्त आयरन से हीमोग्लोबिन की मात्रा पूरी रहती है, एवं मांसपेशियों को ताकत मिलती है| आयरन की कमी से मांसपेशिया कमजोर हो जाती है, एवं हीमोग्लोबिन की मात्रा घटने लगती है, जिससे चेहरा पीला या सफ़ेद पड़ने लगता है एबम शारीरिक व् मानसिक कमजोरी का अहसास होने लगता है|

मासिक धर्म पर असर:

मासिक धर्म, महिलाओ की समान्य प्रक्रिया है, किन्तु आधुनिकता के कारण इसके चक्र मे असामान्यता पैदा हो गई है| मासिक चक्र के दौरान अत्यधिक रक्त विसर्जन से खून की कमी हो जाती है, जिससे कई बार मासिक धर्म पीड़ा के साथ आता है| इसलिए महिलाओ को अधिक से अधिक फल एवं सब्जिया खाने की हिदायत दी जाती है|

धडकन बढना:

समान्य रूप से पुरुषो में हीमोग्लोबिन की मात्रा १३ से १७ ग्राम के मध्य उचित मानी गई है एवं महिलाओ में १२ से १५ ग्राम मात्रा उचित मानी गई है| इससे कम होने पर दिल की धडकन बढना, साँस का फूलना आदि समस्याए उत्पन्न होने का खतरा रहता है, जिससे कई बार हार्ट अटैक भी आ जाता है|

सिरदर्द एवं घबराहट होना:

आयरन शरीर की कोशिकाओं में आक्सीजन पहुचता है, किन्तु इसके अभाव से आक्सीजन की कमी होने लगती है, जिससे सिर दर्द एवं घबराहट होना आम बात है| इसेमें आयरन की दवा लेने की सलाह दी जाती है|