जैविक व अजैविक घटक, परिस्थितिकी अध्ययन का एक महत्वपूर्ण भाग है, जिसमे सभी पेड़-पौधों, जीव-जन्तुओ, वनस्पति, सूक्ष्म जीवो एवं यहाँ तक कि मनुष्य भी शामिल है| जैविक व अजैविक घटक आपस में सम्बन्धित होते हुए एक दूसरे से परस्पर क्रियाकलाप ...

जैवमंडल का साधारण भाषा में अर्थ उस स्थान या भाग से है, जहा जीव निवास करते है और अपनी संख्या को बढाते है, इसे जैवमंडल कहा जाता है| जैवमंडल के अंतर्गत स्थलमंडल, जलमंडल एवं वायुमंडल के सभी जीवों का समावेश ...

ग्रीन हाउस प्रभाव एक महत्वपूर्ण प्राक्रतिक घटना है, जिसका उद्देश्य पृथ्वी की सतह को उष्म बनाये रखना एवं सूर्य से आने वाले ताप को अवशोषित करना है। ग्रीन हाउस प्रभाव एक प्राक्रतिक व्यवस्था है, जो पृथ्वी पर जीवन को पनपना ...

ओजोन छिद्र आज तक का सबसे चिंताजनक विषय है, जिससे सभी वैज्ञानिक चिंतित है! हमारी पृथ्वी के चारों और एक परत विद्यमान है, जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से हमारी सुरक्षा करती है, और इसी परत को ...

ऊर्जा प्रवाह पर्यावरण में रहने वाले सभी जीव-जन्तुओ, वनस्पति, एवं मनुष्यों के लिए जीवित रहने का एक अग्रिम स्त्रोत है, जिसके कारण प्राणीमात्र की उत्पति होती है, एवं पौधे अपना भोजन बनाते है, तथा समस्त संसार को ऊर्जा प्राप्त होती ...

उत्पादन एक प्रक्रिया का नाम है जिसके अंतर्गत अपनी आवश्यकताओ एवं उपयोगिताओ में वृद्धि एवं उनको पूरा करने के लिए वस्तुओ का निर्माण या सृजन किया जाता है| साधारण शब्दों में हम कह सकते है कि उत्पादन मानवीय जरुरतो को ...

इकोसिस्टम, परिस्थितिकी तंत्र या पारितंत्र का अर्थ उस अवधारणा या क्षेत्र से है, जहाँ सभी जीव-जन्तु. पौधे, पादप आदि शामिल है| ये सभी जीव पर्यावरण में आपस में अंत:क्रिया करके एवं सामूहिक रूप से एक दुसरे पर आश्रित रहते हुए ...

अपशिष्ट पदार्थ नियमित रूप से इकट्ठा होने वाले उस कचरे को कहा जाता है, जो रोज कारखानों, ऑफिस, घरों, एवं अन्य इमारतों की साफ-सफाई के बाद एकत्रित होता है, तथा जिसे हम कचरापात्र या सड़क और नदियों में ऐसे ही ...

अपघटन या डीकम्पोजीशन उस प्रक्रिया को कहा जाता है, जिसमे एकल यौगिक पदार्थ रासायनिक अभिक्रिया के कारण परिस्थितिवश दो या दो से अधिक यौगिक पदार्थो में विभक्त हो जाता है, उसे अपघटन कहा जाता है| उदाहरण के रूप में, जब ...

पारिस्थितिकी पिरामिड के अंतर्गत वैज्ञानिक शोध हेतु पर्यावरण में रहने वाले जीवो का पौष्टिकता एवं उनके आपसी संबंधो का अध्ययन करने की प्रक्रिया को पारिस्थितिकी पिरामिड या पारिस्थितिकी शंकु अध्ययन कहा जाता है| इसमें जीवो की पारिस्थितिकी को बायोमॉस पिरामिड, ...