अगर आप 90s या उससे पहले के kid (बच्चे ) है तो आपको याद होगा की, हम सभी, रोज सुबह, स्कूल में , 10 मिनट का मॉर्निंग प्रेयर करते थे और यह आज भी सारे स्कूलों में होता है।
अगर आप अपना करियर 22 साल की उम्र से सुरु करते है और 60 साल पर ख़तम करते है तो आपके पास पुरे 38 साल है करियर के साथ साथ कुछ अलग करने के लिए।
हम यहाँ यह पता लगाने जा रहे हैं की अगर इस दौरान 10 मिनट हैबिट अपनाया जाये तो कौन कौन सी उपलब्धियां करियर के साथ साथ हासिल हो सकती है।
अगर आप रोज 10 मिनट किताब पढ़ते हैं और अगर आपकी पढ़ने की एवरेज स्पीड 200 वर्ड है तो 10 मिनट में 2000 वर्ड पढ़ पाएंगे। मतलब की अगर एक पन्ना 500 वर्ड का है तो 4 पन्ने रोज पढ़ेंगे।
तो 38 साल में कितने किताब पढ़ पाएंगे ?
मान लेते है की एक किताब 300 पेज का है तो 38 साल में
4*365*38 = 55480 पन्ने
55480/300 = 184 किताब आप पढ़ कर ख़तम कर देंगे
अगर आप रोज 10 meditation करते हैं तो 38 साल में
10*365*38 = 138700 minutes
2311 घंटे यानि 96 दिन तक लगातार ध्यान करने के बराबर है।
अगर आप रोज 10 मिनट दौड़ते हैं तो 13 कैलोरी पर मिनट के हिसाब से 130 कैलोरी रोज burn करेंगे
और 38 साल में 130*365*38 = 1803100 = 1803.1 kcal =1803/540 = 3 किलो पानी को भाफ में बदलने के लिए काफी है
अगर आप रोज 10 मिनट कोई गाना सुनते हैं तो पुरे 38 साल तक 10*365*38 = 138700 मिनट यानि 96 दिन तक लगातार गाना सुनने के बराबर है
अगर आप रोज 10 मिनट में 2 aptitude के प्रश्न solve करते हैं तो 2 साल में 2*365*2 =1460 प्रश्न सोल्व कर लेंगे और 38 साल में 27740 प्रश्न।
अगर आप रोज 10 मिनट में 3 GK का प्रश्न याद करते हैं तो 2 साल में 2190 प्रश्न याद कर लेंगे और किसी भी कम्पटीशन में GK का प्रश्न आसानी से हल कर लेंगे . 38 साल में 41610 प्रश्न याद कर लेंगे
दर्श्रथ मांझी ने 22 साल में 110 m लम्बा , 9.1 m चौड़ा , 7.6 m गहरा पहाड़ खोद डाला . उन्होंने पुरे 7607 क्यूबिक मीटर पत्थर तोड़ दिए .
यानि की वो 10 मिनट में 0.00656 क्यूबिक मीटर पत्थर तोड़े . अगर हम इसे लीटर में बदल दे तो 6.56 लीटर पानी के वॉल्यूम के बराबर होगा लेकिन उसका भार 16.4 किलो होगा तो इससे प्रूफ होता है की दसरथ मांझी ने 10 मिनट में 16.4 किलो पत्थर हटाया अगले 22 साल तक और पहाड़ तोड़ डाला
अगर उसेन बोल्ट रोज 10 मिनट अगले 38 साल तक दौड़े तो क्या होगा ?
उसेन बोल्ट दुनिया के सबसे तेज धावक हैं वे 44 km/h किलोमीटर प्रति घंटा की राफ्टर से दौड़ सकते हैं
अगर वों 10 मिनट रोज दौड़े तो अगले 38 साल में 10*365*38 = 138700 मिनट की दौड़ होगी . अगर हम इसे घटे में बदले तो यह 2311 घंटे होता है .
2311 * 44 = 101684 किलोमीटर होगा
जो की 10,000 बार माउंट एवेरेस्ट पर चड़ने और उतरने के बराबर की दुरी है
अगर आप रोज 10 मिनट टाइम निकाल कर 5 मक्षर मारते हैं तो 38 साल बाद आप 69350 मक्षर मार चुके होंगे
अगर आप एक आलसी लेखक हैं और रोज बस 10 मिनट ही लिखना चाहते हैं तो आपकी 300 पन्नो की पहली किताब कब छपेगी ?
अगर आप 10 min में रोज 100 वर्ड्स लिखते है तो 5 दिन में एक पन्ना और 1500 दिन में 300 पन्ना। यानि की पहली किताब 4 के बाद छपेगी। इससे यह निर्कर्ष निकलता हैं की एक अलसी आदमी भी 4 साल में सफल हो सकता है अगर वो नियमित रहे।
अगर आप रोज 10 मिनट गिटार बजाते हैं , 10 मिनट स्विमिंग करते हैं , 10 मिनट डांस करते है , 10 मिनट कोडिंग करते हैं , 10 मिनट कोई नया भाषा सीखते हैं तो अगले 10 साल में आप हर एक को 600 घंटे दे चुके होंगे जो की एक प्रोफेशनल गिटारिस्ट या स्वीम्मर या कोडर से compete करने के लिए काफी है। अगले 10 साल में आप टैलेंटेड से मल्टी टैलेंटेड बन जायेंगे। अगर आप यह काम 15 वर्ष की उम्र से सुरु करते हैं तो 25 वर्ष की उम्र तक आपके पास वह सबकुछ होगा तो आज का एक 25 वर्ष का युवक चाहता है।
अगर मान लीजिये आप एक ही चीज़ 10 मिनट के बजाये 1 घंटा रोज करना चाहे तो अगले 10 साल में क्या होगा ?
अगले 10 साल में आप उस चीज़ को 3650 घंटे दे चुके होंगे जो की आपको उस चीज़ में एक्सपर्ट का दर्जा दिलाने के लिए काफी है।
अगर आप जिंदगी में कोई चीज़ पाना चाहते है तो आपको दो चीज़ पर ध्यान देनी होगी।
1 . Fixed Goal (निर्धारित लक्ष्य )
2. Regularity (नियमितता )
अगर आप नियमित रूप से अपने लक्ष्य की ओर बढे तो कुछ भी ऐसा नहीं है जो आपको उस लक्ष्य को पाने से रोक पायेगा। लेकिन बहोत लोगो के साथ यह समस्या आ जाती है की वे बिच में ही एक लक्ष्य को छोड़कर दूसरी लक्ष्य की तरफ निकल पड़ते हैं।
क्या आपको पता है की आपका जीवन काल निर्धारित है ? एक अवसत आदमी 65 -70 साल जीता है। इस अवधि में अगर वह अपना लक्ष्य फिक्स्ड न करे तो वह कुछ भी प्राप्त नहीं कर पायेगा।
लक्ष्य निर्धारित वही आदमी कर सकता है जिसे पता है की उसे करना क्या है, और यह उसी आदमी को पता होता है जो खुद को जानता और समझता है।
तो क्यों ना 10 मिनट खुद को जानने और समझने में भी लगाया जाये।
धन्यवाद।
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