जिन्दगी में संघर्ष करने की जरूरत नही है आप सोच रहे होंगे की मै ऐसा क्यों बोल रहा हु ? जी हाँ संघर्ष करने की क्या जरूरत जब जिन्दगी अपने आप में एक संघर्ष है.
बचपन से बड़े होने तक हम संघर्ष ही तो करते आये हैं , जब हम छोटे बच्चे थे तब इस दुनिया की नई नई बीमारियों से संघर्ष , दूध के दांत टूटने का संघर्ष , बाबूजी जब बाल छिलवा दे तो दोस्तों का टकलू बोलने का संघर्ष .
जब हमे थोड़े बड़े हुए तो स्कूल जाने , बस्ता उठाने, किताब पढने का संघर्ष . ये सब संघर्ष ही तो हैं . जब हम और बड़े हुए तो शादी , बाल – बच्चे का संघर्ष .
संघर्ष को समझने के लिए सबसे पहले हमे इसका मतलब समझना होगा की आखिर संघर्ष है क्या .
संघर्ष का मतलब होता है स्ट्रगल करना यानी जूझना और स्पर्द्धा करना यानी की किसी काम में औरों से आगे निकलने का प्रयास करना .
संघर्ष जिन्दगी के हर मोड़ पर होता है कुछ लोग इसे आराम से कर लेते हैं और कुछ लोग इसमें जूझते रह जाते हैं .
जब हमे यह पता चल चूका है की संघर्ष क्या है तो एक महत्वपूर्ण सवाल सामने आता है की आखिर संघर्ष क्यों ?
हमे संघर्ष करना ही क्यों है जब हम किसी काम को आसानी से कर सकते हैं तो .
कुछ लोग जानबूझकर संघर्ष करते हैं तो कुछ लोग नहीं चाहते हुए भी संघर्ष करने लगते है क्यों की जिन्दगी उन्हें ऐसे मोड़ पर ला कर खड़ा कर देती है जहाँ संघर्ष के बिना एक दिन भी गुजरा नहीं हो सकता हैं .
आखिर ये जानबूझकर संघर्ष करने वाले लोग कौन होते हैं ?
ये वही लोग होते हैं जो सपने देखते हैं और उसे सच करने का रोज प्रयास करते हैं और इसी प्रयास को वे संघर्ष बोलते हैं .
ये जिन्दगी आपकी है और आपको ही चुनना पड़ेगा की आप खुद से संघर्ष करना चाहते हैं और अपने सपनो को पूरा करना चाहते हैं या फिर जिन्दगी द्वारा दिए गये संघर्ष को बस करना चाहते हैं , फर्क सिर्फ इतना है की पहले वाले संघर्ष करने पर आप जिन्दगी के किसी अलग मुकाम पर पहुच सकते हैं और दुसरे वाले टाइप के संघर्ष कर के आप बस रोटी और सब्जी ही जुटा सकते हैं . सोचना आपको हैं की कौन सा वाला संघर्ष किया जाये .
संघर्ष करने के लिए क्या जरूरी होता हैं
१. स्वास्थ्य – आपको यह पढ़कर आश्चर्य हुए होगा की संघर्ष के लिए सबसे जरूरी चीज़ स्वास्थ्य है, जी हाँ , इस दुनिया अगर आप कुछ भी करना चाहते हैं तो सबसे जरूरी यह है की आप पहले अपने स्वास्थ्य को ठीक रखे क्यों की अगर आप बीमार रहेंगे तो आप कुछ नही कर सकते , सपने देख कर भी कुछ नहीं कर सकते हैं .
२. दृढ़निश्चय – यह दूसरा सबसे जरूरी चीज़ है , इसका मतलब यह है की आप को ठान लेना होगा की आप इस चीज़ को करेंगे तो करेंगे चाहे कुछ भी हो जाये .
३. अच्छी संगति- आपको दोस्ती भी उन लोगों से करनी पड़ेगी जो लोग आपको प्रोत्साहन दे नहीं तो अगर आप गलत संगति में पड़ गये तो न तो वो आगे बढ़ेंगे और न ही आपको आगे बढ़ने देंगे . इसलिए संगति अच्छे लोगो से ही करना चाहिए .
४. सपना – संघर्ष करने के लिए एक सपना भी देखे और उसे सच करने का निरंतर प्रयास करते हैं