चमगादर गुफा में क्यों रहते हैं

चमगादर

चमगादड़ देखने में भयानक होते है. चमगादड़ को हम अंग्रेजी में bat के नाम से जानते है. ये ज्यादातर पेड़ पर उलटे लटके पाए जाते है. इसकी आवाज़ बहुत ही अजीबो गरीब होती है. ये ज्यादा सुमसान जगहों पर रात को दिखाई देते है. शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी की इसकी सबसे बड़ी गुफा Texax नामक स्थान पर मौजूद है.

जहा लगभग दो करोड़ चमगादड़ रहते है. चमगादड़ो को गुफा में रहना पसंद होता है. क्युकी उन्हें सोने के लिए सुरक्षित स्थानों की जरुरत होती है. गुफाये उन्हें सुरक्षा प्रदान करते है जिसमे वही आसानी से बढ़ सकते है. एक गुफा की छत से लटकते हुए चमगादड़ अपने दुश्मनों की पहुँच से दूर रहते है. ये गुफाओ में  खुद को सुरक्षित महसूस करते है. आपने देखा होगा चमगादड़ गुफाओ में रात को उलटे लटके दिखाई देते है. क्युकी वह गुफा में खुद को सुरक्षित महसूस करते है. पृथ्वी पे जितने भी स्तनधारी प्रजातियाँ है उनमें मे से 20% आबादी चमगादड़ों की है. सभी मादा चमगादड़ अपनी गुफाओ में एक ही समय में बच्चो को जन्म देतीं है.

चमगादड़ो का वजन 2 ग्राम से 1200 ग्राम तक होता है. चमगादड़ के पंखो का आकार 2.9 से 1500 सेंटीमीटर तक होता है. ये गुफाओ में उलटे लटके पाए जाते है क्युकी जरुरत पड़ने पर वह आसानी से उड़ के भाग सके. ऐसे तो वह गुफा में खुद को पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करते है किन्तु कभी कभी उसके दुश्मन उनपर हमला न कर दे इसलिए यह रात को गुफा में उलटे लटके मिलते है. यह सोते हुए नहीं गिरते क्युकी उनका वजन ही उनके पैरो को पकडे रहने में मदद करता है. शायद आपको जान कर हैरानी होगी की दुनिया के सबसे लंम्बे चमगादड़ के पंखो की लंम्बाई 5 से 6 फुट तक की है.  वैसे तो चमगादड़ दिन में बहार घूमते है किन्तु रात को यह गुफा में चले जाते है ताकि वह सुरक्षित रह सके.