170,000 साल पहले मनुष्य ने कपडे पहनना शुरू कर दिया था . एक अध्ययन से यह निष्कर्ष निकला है की हमारे पूर्वज दुसरे Ice Age के बाद से पहली बार कपडे पहनना शुरू किया क्यों की ठंढ में नंगा रहना असंभव था .
वैज्ञानिको ने सबसे पहले ये पता लगाया की कपडे और शरीर के जूँ सबसे पहले कब आये . अध्ययन में यह पता चला की सर के जूँ 170,000 साल पहले कपडे या शरीर के जूँ बन चुके थे .
उस समय से ही जूँ ने मनुष्यों से यारी की जो आज तक बरकरार है . कपडे और शरीर के जूँ कपड़ो और शरीर के लिए बहोत ही अनुकूल हैं . इनकी मौजूदगी तभी सुरु हुए जब मनुष्यों ने कपडे पहनना सुरु कर दिया इससे पहले वे नही थे .
रिसर्च से ये भी पता चलता है की हमारे पूर्वजो ने अपने शरीर के बाल खोने के बाद से ही कपडे पहनना सुरु कर दिया था . इससे पहले उनका शरीर वन मानुषो की तरह बालो से ढका हुए करता था .
जेनेटिक स्किन कलरेशन से ये पता चलता है की मनुष्यो ने १ मिलियन साल पहले अपने शरीर के बाल खो दिए थे। जब हम बाल खो दिए की बात करते है तो इसका मतलब ये है उनके शरीर पर आज के मनुष्य के जैसे कम बाल हो गए । ये सब अफ्रीका में आधुनिक मनुष्यो के आने से भी पहले हुआ था।
उस समय हमारे पूर्वज नग्न अवस्था में घुमा करते थे जबकि उनके शरीर के बाल भी झड़ चुके थे।
यह बहोत ही आश्चर्य जनक बात है क्यों की हमारे पूर्वज हज़ारो सालो तक अफ्रीका में बिना कपड़े और बिना बालो के रहे। अफ्रीका से दूसरे महादेशो में जाते वक्त उनके पास कपडे आ चुके थे।
हमें ज्ञात है की हमारे पूर्वज अफ्रीका से 100,000 से 60,000 हज़ार साल पहले निकल कर कई ठंडी जगहों पर गए और ये सब कपड़ो की वजह से संभव हो पाया। उन्हें उस समय यह पता चल चूका था की कपडे खास कर जानवरो के चमड़े और फर पहनना कितना फायदेमंद है।
फिर मनुष्य अपना वर्चस्व दिखने के लिए और कुछ अलग दिखने के लिए अलग अलग प्रकार के कपडे पहनना शुरू कर दिए। अपने ग्रुप को अलग दिखाने, और मुझे देखो की भावना की वजह से वे एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करने लगे।
आइस ऐज के बाद से आधुनिक मनुष्य, खुद को गरम रखने के लिए हर रोज कपडे पहनने लगे और यही से कपडे पहनने की शुरुआत हुई।
आज हम कपडे सिर्फ खुद को गरम रखने के लिए ही नहीं बल्कि अन्य कारणों के लिए भी पहनते हैं जैसे की
१. अपने शरीर के सजाने के लिए , अच्छे दिखने के लिए।
२. अपनी अलग पहचान बनाने के लिए।
३. समाज में अपना वर्चस्व दिखाने के लिए।
४. शरीर को बहरी तत्वों से बचाने के लिए।
५. सामाजिक नियम दर्शाने के लिए जैसे स्कूल के कपडे कैसे हो और कैसे नहीं।
आज के मनुष्य यही तक नहीं रुके बल्कि बिलियन डॉलर का फैशन इंडस्ट्री ही बना डाला।
अब तो इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फोटो डालने के लिए भी हम नए नए कपडे खरीदते हैं। अब कपड़ो में भी कई प्रकार है जैसे दिन में पहनने के कपडे , रात में पहने के कपडे , फॉर्मल कपडे , कासुअल कपडे, अंडरवियर , लाउंजेरी, कोट , जैकेट , जीन्स इत्यादि।
क्या मनुष्य ने अपने गुप्तांगों को ढकने के लिए सबसे पहले वस्रों का प्रयोग किया होगा?
शायद