जब कोई वस्तु या पिंड एक सरल रेखा में समय के साथ अपनी स्थिति में परिवर्तन करती है या गतिमान होती है, तो इस गति को हम एक विमीय गति कहतें है | इस गति में मुख्य रूप से वस्तु की चौड़ाई और पार्श्व गतियों को हटा दिया जाता है |
इस गति में केवल दो दिशाये संभव है इसलिए इनके दिशात्मक पक्ष को – और + चिन्हों से अंकित कर सकते है | इनमें दो निर्देशांक उपस्थित नही होते केवल एक ही निर्देशांक होता है|
जब किसी वस्तु या पिंड के x,y,z निर्देशांक में से कोई एक निर्देशांक अपनी स्थिती में समय के साथ परिवर्तन करता है तो इसे हम एक विमीय या सरल रेखीय गति कहतें है |
उदाहरण:-
#1 मान लीजिए आपने एक तार जो की दोनों सिरों से बधा हुआ है, उसमें एक कीड़ा सीधा चलता है,तो उसकी गति एक विमीय गति होगी क्यूंकि वह कीड़ा एक सरल रेखा में गति कर रहा होता है |
#2 दूसरा उदाहरण है ट्रेन का – क्यूंकी रेलवे ट्रैक पर चलती हुई ट्रेन भी एक सरल रेखा में गति करती है, क्यूकी वह एक ही दिशा में जा रही होती है, इसीलिए इसकी गति भी एक विमीय गति कहलाएगी| अगर इसे अक्षों में देखा जाये तो –
अतः ट्रेन की इस स्थित में वह x- निर्देशांक के सापेक्ष अपनी स्थिति में परिवर्तन कर रही है| अतः यह एक विमीय गति का उदाहरण है |
#3 साइकिल तो आपने चलाई होगी ? बचपन में या कभी भी, जब हम साइकिल से बिलकुल सीधी सड़क पर एक ही दिशा में चलाते है तो वह भी एक विमीय गति का उदाहरण बनाती है |
#4 रॉकेट का ऊपर उठना भी एक विमीय गति का उदाहरण है, क्यूकी जब कोई रॉकेट ऊपर उठता है तो वह एक दिशा में गतिमान होता है |
अतः एक ही दिशा में चलायमान वस्तु या पिंड जब किसी एक अक्ष में अपनी स्थिति समय के साथ परिवर्तिरत करता है, तो यह स्थित के आधार पर एक विमीय गति कहलाती है |
अब तक तो आपने अपने आसपास एक विमीय गति के कई उदाहरण प्राप्त कर लिए होगे| एक विमीय गति में कोई भी वस्तु एक सरल रेखा में गति करती है इसीलिए इसे ऋजुरेखीय गति के नाम से भी जाना जाता है |
Hallo sar. Aap bahut acha sa samjata ho.i liked
Thanks sir
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