एक तरह से देखा जाये तो Database जानकारियों का समूह होता है। जहाँ पर किसी भी चीज़ से संबंधित जानकारी को सही तरीके से साफ सुथरा एक program में रखा जाता है, ताकि data को access करने में कोई भी समस्या ना हो, और जरूरत पड़ने पर इसमें हमे कुछ नया जोड़ना पड़े या इसमें कुछ बदलाव करना पड़े, तो कोई भी समस्या ना आये।
उदाहरण के तौर पर हम कह सकते हैं कि हमे जब भी अपनी कोई भी कक्षा का result online देखना होता है, तो हम कॉलेज या स्कूल की Website पर अपना Roll No search करते हैं तो वह कैसे हमे हमारी जानकारी और हमारे अंको को कितने साफ तरीके से पेश करता है, आखिर वह कैसे होता है तो इसका सीधा सा जवाब है Database की मदद से।
आसान शब्दो में कहा जाये, तो किसी स्कूल के विद्यार्थी होने के नाते हमारा सारा data जैसे हमारा roll no, हमारे विषय, विषय में प्राप्त हुए अंक, हमारी photo, हमारा नाम और हमारे माता पिता का नाम, इन सबको अच्छे से साफ शब्दों में सही ढंग जिस भी प्रोग्राम में रखा जाता है, वह database कहलाता है।
Database जानकारियों का समूह होता है जो row और column के माध्यम से बनाया जाता है।
Database कितने प्रकार के है?
Database कुछ 7 प्रकार के है database के प्रकार :-
1. Flat Model
2. Network Model
3. Relational Model
4. Object Database Models
5. Post relational Models
6. Fuzzy Database
7. Document Database
Database का उपयोग सबसे ज्यादा कहा पर होता है?
Database का उपयोग इन सब जगह पर सबसे ज्यादा होता है।
1. Banking
2. Railway reservation system
3. Airlines
4. Library Management system
5. School
6. College
7. University
8. Military
9. Government Organization
10. Online shopping sites, जैसे – Amazon, snapdeal, flipkart, club factery
11). Social Media Sites, जैसे Facebook, Twitter, Instagram
Database कैसे बनाया जाता है?
Database एक software के माध्यम से बनाई जाती है जिसका नाम है DBMS, DBMS का full form है Database Management system। DBMS एक software के system जैसा होता है, जिसकी मदद से database को बनाया जाता है, database को maintain और control किया जाता है और और इसके जरिये हम database को define भी कर सकते हैं।
DBMS software कौन-कौन से है?
वैसे देखा जाये तो DBMS software कई प्रकार के है, उनमे से कुछ software निम्नलिखत अनुसार है।
1. Dbase
2. FoxPro
3. IMS
4. Oracle
6. MySQL
7. Microsoft office access
8. DB2
Database के features क्या क्या है?
Database के features निम्नलिखत अनुसार है :-
1. Insert – मान लीजिए कि आपके स्कूल में कोई नया विद्यार्थी आया है तो आप insert की मदद से उसका नया database बना सकते हैं।
2. Delete – अगर किसी चीज़ का data आप अपने अपने program से हटाना चाहते हैं तो आप delete feature की मदद से उसे delete भी कर सकते हैं।
3. Update – अगर आप को किसी का data edit करना है तो आप उसे बढ़ी ही आसानी से Update की मदद से edit कर सकते हैं।
4. Search और Access – अगर किसी का data ढूंढने में आपको समस्या आ रही है तो search features की मदद से आप उस data को ढूंढ सकते हैं, और अच्छे से access भी कर सकते।
Database के क्या फायेदे है?
Database के फायदे कुछ इस प्रकार है :-
1. Database को आप DBMS की मदद से share भी कर सकते हैं।
2. Database की मदद से आपको किसी भी व्यक्ति या किसी भी चीज़ की जानकारी एक ही जगह पर मिल जाती है।
3. Database की मदद से आप किसी भी चीज़ का data आसानी से access कर सकते हैं।
4. Database DBMS की मदद से एक जगह पर सुरक्षित रहता है।
5. Data base सबसे ज्यादा Banking system में काम आता है।
Database के होने से सब काम सरलता से होते हैं और इंसान का काफी समय भी बच जाता है।
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