जलीय पौधों वे पौधे हैं जो जलीय पर्यावरणों में जीवन जीने के लिए अनुकूलित हो गए हैं (नमकीन पानी या मीठे पानी में)। उन्हें हाइड्रोफाइट्स या मैक्रोफाइट्स के रूप में भी संदर्भित किया जाता है ताकि उन्हें जीवाणु और अन्य माइक्रोफाइट्स से भिन्न किया जा सके। एक मैक्रोफाइट एक पौधा है जो पानी में बढ़ता है । झीलों और नदियों में मैक्रोफाइट्स मछलियों के लिए ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं, और कुछ मछलियों और वन्यजीवों के लिए खाद्य के रूप में काम करते हैं।
जलीय पौधों को पानी में या पानी की सतह पर रहने के लिए विशेष अनुकूलन की आवश्यकता होती है। जलीय पौधे केवल पानी या मिट्टी में ही उग सकते हैं | दुनिया के सबसे बड़े जलीय पौधों में से एक अमेज़ॅन वॉटर लिली है; सबसे छोटे में से एक है मिनट डकवीड। कई छोटे जलीय जानवर घर के लिए या शिकारियों से सुरक्षा के लिए डकवीड जैसे पौधों का उपयोग करते हैं। जलीय पौधों के कुछ अन्य परिचित उदाहरणों में वॉटर लिली, कमल और जलकुंभी शामिल हैं।
कमल Lotus:
भारत के राष्ट्रीय पुष्प के नाम से जाने जाने वाले इस पौधे को कई नामो से जाना जाता है| कमल का पौधा पानी में पैदा होता है एवं यह सफ़ेद एवं हल्के गुलाबी रंग के साथ अत्यधिक आकर्षित लगता है| कमल के पौधे के तने अंदर से खोखले होते है एवं पानी या कीचड़ के अंदर तक फैले हुए होते है|
इसकी पत्तियाँ हरे रंग की होती है एवं तने के सिरे पर गांठे होती है जो इसे मजबूती प्रदान करती है| अलग-अलग क्षेत्रों में कमल के फूल विभिन्न रंगो में उपलब्ध होते है एवं दुनिया के लगभग सभी भागों में कमल के फूल पाए जाते है|
वॉटर लिली (water lily):
वनस्पति जगत के जलीय पौधे में से वाटर लिली को विकसित पौधा माना जाता है जो तीव्रता से अपना विकास करते है| इसे नीलकमल भी कहा जाता है एवं ये जल में पैदा होते है| दिखने में यह पुष्प काफी सुंदर लगते है एवं पूरी दुनिया में इनकी 75 से अधिक प्रकार पाए जाते है|
ये विभिन्न रंगो में मिलते है एवं इनका वैज्ञानिक नाम निम्फेसी है| इन पौधों की जड़े पानी के अंदर तक गड़ी होती है जबकि फूल एवं पत्तियां उपर की सतह पर तैरती रहती है|
ब्लू Iris:
यह पौधा नीले-बैंगनी फूलों के साथ दिखने में आकर्षक लगता है एवं पानी में उगता है| इसकी पत्तियाँ लम्बी एवं हरे रंग की होती है एव यह लगभग स्थानों पर देखने को मिलता है|
स्वीट फ्लैग (Sweet Flag):
इस पौधे को Golden Japanese के नाम से भी जाना जाता है| जल में उगने वाला यह पौधा तेजी से बढ़ता है एवं यदि आप वाटर गार्डन पसंद करते है तो इसे वहाँ जरुर पायेंगे| हल्के हरे रंग की लम्बी पतली स्ट्रिप्स के साथ यह हल्के पीले रंग के साथ विकसित होता है|
Mosaic Plant (मोज़ेक पौधा):
पानी के ऊपर तैरता हुआ यह पौधा पीले रंग के फूलों से भरा होता है| इसकी पत्तियाँ छोटी एवं उनका आकार डायमंड के जैसे होता है| इस पौधे की कई प्रजातिया संसार के अलग-अलग हिस्सों में पाई जाती है|
Water Lettuce (जल lettuce):
यह जलीय पौधा केवल पत्तियों वाला होता है एवं काफी तेजी से बढ़ता है| पानी वाले स्थान पर इस पौधे को आसानी से देखा जा सकता है एवं वाटर गार्डन के लिए भी यह अच्छा आप्शन है|
सिंघाड़ा (Water Chestnut):
इसे Water Chestnut के नाम से भी जाना जाता है| असल में सिंघाड़ा अपने आप में एक फल है जो लताओं के द्वारा जल के अंदर पैदा होता है| इस पौधे की जड़े पानी के भीतर जाल की तरह फैली होती है एवं कई क्षेत्रों में इसकी खेती की जाती है क्योकि इसके फल के काफी उपयोग है जो ताजा खाए जाते है एवं ड्राई भी प्रयोग किये जाते है|
Cardinal Flower (कार्डिनल फूल):
गहरे लाल या बरगंडी रंग के तने के साथ वैसे ही सुंदर फूलो वाला यह जलीय पौधा आपके गार्डन की शान बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| इसकी पत्तियाँ 8 इंच तक लम्बी हो सकती है एवं पूरे पौधे का आकार 3 फीट के करीब जा सकता है|
Taro Water Plant (तारो वाटर ):
इस पौधे की कई वैरायटी उपलब्ध है| यह जलीय पौधा दिखने के काफी सुंदर लगता है किन्तु इसके पुष्प नहीं लगते| इसकी पत्तियां तिकोनी एवं लम्बी होती है एवं यह खुद काफी लम्बाई में बढ़ सकता है| सूरज की रोशनी में यह और भी तेजी से विकास करता है|
Horsetail Water Plant (होर्सेटाइल वाटर प्लांट ):
आकर्षक तने के साथ यह जलीय पौधा पानी में तीव्रता से विकास करता है| इसकी लम्बाई 24 इंच तक जा सकती है एवं इसका बौना रूप भी उपलब्ध होता है जो केवल 8 इंच तक लम्बा होता है| अगर यह आपके गार्डन में है तो आपको समय-समय पर इसकी कटाई करनी होगी|
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