जब हम थक जाते हैं तो हाथ पैर और पुरे शरीर में दर्द होने लगता है तब हम शरीर की मालिश कराते हैं और हमें आराम मिलता है क्यों ?

उत्तर->
इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि हमारे शरीर में अधिक से अधिक O2 की उपस्थिति होनी चाहिए ताकि हमेशा ग्लूकोज से कोशिकाओं में उर्जा(ATP) और पाइरुविक एसिड बनते रहे। यह तभी होगा जब हमारे शरीर में RBC (लाल रक्त कण)की मात्रा सही रहे, ताकि यह हिमोग्लोबिन के द्वारा (O2)  आक्सीजन को अधिक से अधिक कोशिकाओं में पहुंचाए।
        लेकिन जब O2 की कमी हो जाती है तो हमारे मांशपेशियों की कोशिकाओं में लैक्टिक एसिड बन जाता है, और शरीर के मांशपेशियों में दर्द होने लगता है। जब तक लैक्टिक एसिड पुनः पाइरूवेट में नहीं बदलता तब तक दर्द रहता है। आराम करने के उपरान्त पुनः पाइरुवेट और ATP बन जाता है और दर्द चला जाता है, जैसे आप खेलने के बाद थक जाते हैं और पुनः थोड़ी देर रुकने के बाद थकान दूर हो जाता है।
         जब हम शरीर की मालिश करते हैं तव शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और रक्त कण में उपस्थित O2 शरीर की कोशिकाओं में जाकर उर्जा का उत्पादन करता है और हमें आराम मिलता है। ऐसा छोटे बच्चों और उम्रदराज लोगों को ज्यादा होता है। महिलाओं में भी हिमोग्लोबिन के कमी के कारण ऐसा होता है। अतः शरीर की मालिश तो जरुरी है ही, इससे भी ज्यादा जरूरी है की रक्त में O2 बनी रहे।
         यही कारण है कि हमें सुबह शाम प्राणायाम करने के लिए कहा जाता है, ताकि हमेशा शरीर में O2 की उपस्थिति बनी रहे और हम तरो ताजा रहें।