क्या हमलोग जो CO2 छोड़ते हैं वह पौधे लेते हैं और पौधे जो O2 छोड़ते हैं वह
हम लोग लेते हैं ?
ऐसा भी सुनें हैं कि पौधे O2 लेते हैं और CO2 छोड़ते हैं ?
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पौधे अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाने के लिए
प्रकाशसंश्लेषण की क्रिया करते हैं। इस क्रिया में पौधे वातावरण से CO2और जमीन से H2O लेकर सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में ग्लूकोज , आक्सीजन, और जल बनाते हैं।यह क्रिया हरे पत्तों में होती है जहां क्लोरोफिल होता है।इस प्रकार पोधे CO2 लेते हैं और O2 वातावरण में छोड़ते हैं ( स्टोमाटा के द्वारा)
आपकी जिज्ञासा का समाधान करने के लिए दोनों ( प्रकाश संश्लेषण और मानव श्वसन ) का रसायनिक समिकरण लिख रहा हूं।
(1) CO2+H2O सूर्य प्रकाश+ क्लोरोफिल -> C6H12O6 + O2 + H2O यह हुआ प्रकाशसंश्लेषण का समिकरण। अब अगर इस समिकरण को पलट दें तो… देखिए ..
(2) C6H12O6 + O2 -> CO2+H2O + उर्जा। देखा आपने अब यह मानव श्वसन का समिकरण हो गया, मात्र समिकरण को पलट देने से।
असल में ईश्वर ने ऐसा नियम बनाया है कि हम सभी जो आक्सीजन लेंगे वह पेड़ पौधों में बनेगा जो वे प्रकाशसंश्लेषण में बनाते हैं (समिकरण 1) और जो हम CO2 छोड़ेगे वह पेड़ पौधों के भोजन बनाने के काम में आयेगा (समिकरण 2) अब आप इस रहस्य को समझ गये होगें।
याद रखियेगा वातावरण में मौजूद O2 और CO2 का वैलेंस इसी प्रकार होता है। हमें अगर केवल प्रकाश संश्लेषण का समिकरण याद है तो हम उसे पलट कर मानव श्वसन का समिकरण लिख सकते हैं।
आगे आपका प्रश्न है कि इसके उलट मानव श्वसन जैसे पौधे भी O2 लेते हैं और CO2 छोड़ते हैं, तो इसका उत्तर है हां, लेकिन पौधों में मानव जैसा विकसित श्वसन तंत्र नहीं होता है।
पौधे विसरण(diffusion ) की क्रिया द्वारा गैसों का आदान प्रदान करते हैं। जैसे जड़, तना, अंतरकोशिकीय स्थान ( inter cellular space) के द्वारा O2 को ग्रहण करते हैंऔर CO2 को मुक्त करते हैं। stomata (पत्तियों के रंध्र) के द्वारा भी इस प्रकार का श्वसनक्रिया होता है।
इस प्रकार का श्वसन क्रिया होने का कारण मात्र यही है कि पोधे अपने भोजन बनाने के लिए दुसरे पर निर्भ toर न रहें। अतःCO2 भी वे प्रकाशसंश्लेषण के लिए ही बनाते हैं क्योंकि कभी कभी धूप नहीं निकलता है।अब आप समझ गये होंगे। रात्रि में चुकी प्रकाश संश्लेषण नहीं होता है इस लिए पौधे CO2 गैस छोड़ते हैं।यह बहुत ही धीमी प्रक्रिया है।
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