आज कल के डिजिटल दुनिया में हर किसी को डिजिटल जानकारी की ही आवश्यकता होती है क्योंकि अब हर कोई डिजिटल दुनिया में पीछे नहीं रहना चाहता इस पोस्ट में भी आज हम आपको कंप्यूटर के Operating system के बारे में जानकारी देने वाले हैं। इस पोस्ट में हम आपको Operating system क्या है, इसके लाभ क्या है, यह कितने प्रकार के होते हैं इस बारे में बताने वाले हैं। तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि Operating system क्या है।
Operating system क्या है?
(OS) एक सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर और यूज़र के बीच interface की तरह काम करता है जीसे system software कहते है। ऑपरेटिंग सिस्टम निर्देशो का समूह होता है जो कि स्टोरेज डिवाइस में स्टोर रहता है। यह programs का भी समूह होता है जो कि कंप्यूटर के resources और operations को manage करता है। OS कंप्यूटर में लोड होने वाला यह पहला प्रोग्राम होता है। इसे program of programs भी कहते है। OS कंप्यूटर के सभी operations को manage करता है।
Operating system दो प्रकार के होते है
*Character user interface (CUI)
*Graphical user interface (GUI)
Character user interface
CUI, user-friendly नही होता है और इस OS को चलाने के लिए हमेशा command को लिखना पड़ता है।
जैसे की DOS एक CUI ऑपरेटिंग सिस्टम है।
Graphical user interface (GUI)
GUI ऑपरेटिंग सिस्टम user-friendly होता है और इस ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाने के लिए command नही देना पड़ता। बल्कि जिस program को open करना है उसमें mouse से क्लिक करना पड़ता है।
जैसे की विंडोज एक GUI ऑपरेटिंग सिस्टम है।
OS का कार्य अन्य प्रोग्राम्स और ऍप्लिकेशन्स को रन कराना होता है और यह कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच bridge के जैसे काम करता है। OS के बिना कंप्यूटर का कोई काम का नहीं होता।
multitask operating system में एक ही समय में बहुत सारे programs रन हो जाते है। ऑपरेटिंग सिस्टम ही यह निर्धारित करते हैं कि कौन सा प्रोग्राम कब रन होगा और कितने समय के लिए रन होगा।
Operating System की खास बाते
memory management
OS मैमोरी को मैनेज करता है, यह primary memory की सम्पूर्ण जानकारी रखता है। जब भी कोई प्रोग्राम request करता है तो उसे मैमोरी allocate करता है।
processor management
यह प्रोग्राम को processor (CPU) allocate करता है और जब किसी प्रोग्राम को CPU की जरुरत खत्म हो जाती है तो इसे deallocate भी करता है।
device management
OS सभी devices की जानकारी रखता है इसे I/O controller भी कहते है। और OS यह निर्णय भी लेता है कि किस program को कौन सी डिवाइस कब और कितने समय के लिए दी जाएँ।
file management
यह resources को allocate और deallocate करता है तथा किस प्रोग्राम को resources दी जाएँ यानि allocate की जाए यह निर्णय भी लेता है।
security
security किसी भी प्रोग्राम या डेटा को unauthorized एक्सेस से बचाता है। इसमें password और अन्य तकनीको का उपयोग किया जाता है।
reliability detect
यह बहुत ही reliable होता है क्योंकि इसमें किसी भी वायरस तथा हानिकारक codes को detect किया जा सकता है।
cost
operating system का cost इसके features के आधार पर निर्धारित होता है। जैसे कि windows की cost 100 $ के आस पास होती है, जबकि DOS तथा UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम free हैं।
Ease of use
इसे आसानी से उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि इसमें GUI इंटरफ़ेस भी होता है।
Operating system के लाभ
Operating system आसानी से उपयोग किया जा सकता है। क्योंकि इसका ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस होता है और नए यूज़र इसके द्वारा कंप्यूटर को आसानी से चला सकते हैं।
* इसके जरिए हम एक डेटा को बहुत सारे यूज़र के साथ शेयर कर सकते हैं।
* इसके जरिए हम resources को शेयर कर सकते है जैसे की प्रिंटर।
* इन्हें आसानी से अपडेट किया जा सकता है।
* यह सुरक्षित होते हैं जैसे कि windows में windows defender होता है जो कि किसी भी तरह के हानिकारक files को detect कर लेता है और उन्हें remove कर देता है।
* इसके जरिए हम कोई भी गेम या सॉफ्टवेर इनस्टॉल कर सकते है और उन्हें चला सकते है।
* कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे कि (LINUX) open source होते है, इन्हें हम फ्री में अपने कंप्यूटर पर रन कर सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि operating system के बारे में यह जानकारी आप लोगो को पसंद आई होगी। अगर यह पोस्ट आप लोगो को पसंद आया तो इस पोस्ट को लाइक करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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