इंटरनेट दुनिया का बहुत बड़ा नेटवर्क जाल है यहाँ पर सभी नेटवर्क एक दुसरे के साथ जुड़े हुए रहते हैं। यह एक ग्लोबल कंप्यूटर नेटवर्क होता है जो विभिन्न प्रकार के जानकारी और संचार सुविधाएं प्रदान करता है। कंप्यूटर नेटवर्क के बिना कंप्यूटर में बहुत से कार्य रूक से जाते हैं, यानी कि मान लीजिए कंप्यूटर के मुख्य कार्य ही पूर्ण रुप से बंद पड़ जाते हैं। नेटवर्क को कंप्यूटर के लिए रोजी-रोटी समान कहा जा सकता है। क्योंकि नेटवर्क के बिना हर एक महत्वपूर्ण कार्य को कंप्यूटर नहीं कर पाता।
इंटरनेट की भाषा में media या फिर Transmission media बोला जाता है। यह जाल एक प्रकार का Wire है, जिसमें Information और data दुनिया भर में घूमता रहता है। यह डाटा कुछ भी हो सकता है जैसे “text, image, mp3, video आदि। Net में Data और Information, Router और Server के जरिए जाना आना करते हैं, Router और Server ही दुनिया के सारे Computer को जोड़कर रखते हैं।
जब कोई Message एक Computer से दुसरे Computer तक जाता है तब एक protocol काम करता है, जिसका नाम है IP (Internet Protocol). Protocol यानि “Internet को चलाने का नियम है जिनको प्रोग्रामिंग में लिखा जाता है”।
जब एक से ज्यादा कम्प्युटर आपस में किसी माध्यम (तार, बेतार) के जरिए एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं, तो इसे नेटवर्क कहते हैं। इस दौरान यह आपस में एक-दूसरे से संचार, डाटा आदान-प्रदान, संसाधन शेयर इत्यादि कार्य करते हैं।
कम्प्युटर नेटवर्क में एक साथ दर्जनो, सैंकडो, हजारो कम्प्युटर आपस में कनेक्टेड रहते हैं। जब किसी नेटवर्क से किसी डिवाईस को कनेक्ट किया जाता है तो इसे नेटवर्किंग करना कहते हैं। नेटवर्क से जुड़े हुवे हर एक डिवाईस (कम्प्युटर) को Node (नोड) कहते हैं। जो कम्प्युटर नेटवर्क के लिए संसाधन प्रोवाइड करवाता है उसे सर्वर (Server) कहते हैं।
नोड्स यानि आपके कम्प्युटर को नेटवर्क से जोड़ने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती हैं और इन माध्यमों में सिर्फ ऑप्टिक फाईबर केबल, ब्लुटूथ, वाई-फाई, सैटेलाईट, इंफ्रारैड आदि शामिल होते हैं। और नेटवर्क डिवाईसो का भी उपयोग किया जाता है।
Internet नेटवर्क का सबसे अच्छा और समझने लायक उदाहरण है। यह दुनिया का सबसे व्यस्त और वृह्द कम्प्युटर नेटवर्क है। जिसके जरिए आप इस लेख को पढ़ रहे हैं।
एक कप्युटर नेटवर्क कम्प्युटर, सर्वर, मेनफ्रेम कम्प्युटर, स्मार्टफोन, टेलिफोन, प्रिंटर्स, अन्य नेटवर्क डिवाईस (Hub, Modem, Switches, Bridges) आदि का समूह होता हैं। नेटवर्किंग के दौरान संसाधनो का आदान-प्रदान होता हैं, जिसे Resource Sharing कहा जाता हैं।
Internet की खोज किसने की?
Internet का आविष्कार करना किसी एक व्यक्ति के बस में नहीं थी। इसे बनाने में बहुत से Scientist और Engineers की आवश्यकता पड़ी। सन 1957 में COLD WAR के वक्त, अमेरिका देश ने “Advanced Research Projects Agency” (ARPA) की स्थापना की, जिसका उद्देश्य एक ऐसी Technology को बनाना था, जिससे की एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ा जा सके।
साल 1969 में इस Agency ने ARPANET की स्थापना की, जिससे कि किसी भी कंप्यूटर को किसी भी Computer से जोड़ा जा सकता था।
दुनिया का पहला कम्प्युटर नेटवर्क
दुनिया का सबसे पहला कम्प्युटर नेटवर्क का नाम ARPANET था। जिसे साल 1960 के बीच में विकसित किया गया था। अर्पानेट पर पहला मैसेज 29 अक्टुबर, साल 1969 को भेजा गया। ARPANET को इंटरनेट का पूर्वज माना गया हैं।
कम्प्युटर नेटवर्क के विभिन्न प्रकार एक नेटवर्क में बहुत सारे तत्व शामिल होते हैं और हर एक नेटवर्क की बनावट, कार्यशैली, क्षमता, भिन्न होती हैं इसलिए नेटवर्क को कई प्रकार में बांटा गया हैं।
- PAN
- HAN
- CAN
- LAN
- MAN
- WAN
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