Modem का नाम आपने पहले तो जरूर सुना ही होगा। लेकिन क्या आपको सही तरह से पता है की Modem क्या है और यह कैसे काम करता है। वैसे एक modem के द्वारा ही आप अपने computer को available Internet connection के साथ connect कर सकते हैं। Existing telephone line के जरिए, Modem को computer के साथ integrate करके इस्तेमाल किया जाता है। यह एक separate part के रूप में उपलब्ध होता है, जिसे की PCI slots में लगाया जा सकता है और इस स्लॉट को आप motherboard में पा सकते हैं। तो आइए बिना देरी किए जानते हैं की Modem क्या है और यह कैसे काम करता है।
Modem का Full Form
Modem का Full Form होता है “Modulator / Demodulator” यह एक ऐसा hardware component है। जो की एक computer या दुसरे device को allow करता है, जैसे की एक router या switch, को Internet के साथ connect होने के लिए। यह convert करता है या “modulates” करता है एक analog signal को, एक telephone या cable wire से ,digital signal में जिसे की एक computer आसानी से recognize कर सकें। वही Similarly, यह convert करता है outgoing digital data को analog signal में।
मॉडेम की खोज किसने की?
साल 1962 में, पहला commercial modem, AT&T के द्वारा Bell 103 के रूप में निर्माण करके बेचा गया था। पहले modems होते थे “dial-up,” मतलब की उन्हें एक phone number dial करना होता है ISP के साथ connect होने के लिए। यह modems operate होते हैं standard analog phone lines में और इसमें भी वही समान frequencies का उपयोग होता है जो की टेलीफोन लाइन के लिए होता है। telephone calls उनकी data transfer rate को limit कर देती है। Maximum 56 Kbps तक Dial-up modems को भी local telephone line की Full bandwidth की जरूरत होती है, इसका मतलब की voice calls आपके internet Connection को Interrupt कर सकती है।
वहीँ Modern modems typically DSL और cable modems, होते हैं जिन्हें की “broadband” devices भी कहा जाता है। DSL modems operate करते हैं standard telephone lines के ऊपर, लेकिन यह एक wider frequency range का उपयोग करते हैं। यह higher data transfer rate को allow करते हैं अगर हम इसकी तुलना dial-up modems से करें तो यह phone calls को interfere भी नहीं करती हैं।
वैसे एक modem की ज्यादा आवश्यकता LAN में नहीं होता। लेकिन इनकी जरूरत दूसरे internet connection जैसे की dial-up और DSL में जरूर होती है। वैसे तो Modems के बहुत सारे प्रकार होते हैं। जो की Speed और Transmission rate में एक दूसरे से differ करते हैं। Standard PC modem या Dial-up modems (56Kb data transmission speed), Cellular modem (जिसे की लैपटॉप में उपयोग किया जाता है ), cable modem (जो standard modem से 500 times faster होता है) और DSL Modems भी बहुत ही popular होते हैं।
Modem के उपयोग
Modems को हमेशा pairs में ही उपयोग किया जाता है। कोई भी system चाहे वो simplex, half duplex या full duplex हो, उनमें एक modem की जरुर आवश्यकता होती है वो भी transmitting और receiving end में।
इसलिए हम यह कह सकते हैं, की modem दो दुनिया के बिच में एक electronic bridge के जैसे काम करते हैं। – पहला दुनिया जो की purely digital signals का होता है और दूसरा एक established analog की दुनिया।
असल में Modems को users और internet के साथ connect करने के लिए और Fax भेजने के लिए उपयोग किया जाता था। लेकिन अगर वर्तमान की बात करें तो अब बहुत से businesses के कई applications में modems का उपयोग किया जाने लगा है।
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