मात्रक और मापन, पड़ने में ऐसा प्रतीत होता है की ये एक से है, परन्तु इनमे जमीन आसमान का अंतर है परन्तु परिभाषित करने में दोनों एक जैसे लगतें है | इसे अच्छी तरह समझने के लिए एक उदाहरण का उपयोग करतें है –
मान लीजिये आप फल(भौतिक राशि ) लेने जातें है, और आप दो फल लेते है, परन्तु फल का मूल्य पता करने के लिए विक्रेता उसे किसी मात्रक (१०० ग्राम, ५०० ग्राम , १ किलोग्राम ) की सहायता से उसकी तुलना करेगा, और उसका माप निकालकर आपको उसका मूल्य बताएगा | अतः जब किसी भौतिक राशि की तुलना जब हम किसी मात्रक से करतें है इसी को मेजरमेंट अर्थात मापन कहतें है |
जबकि मात्रक एक मानक होता है जिसे अलग अलग भौतिक राशि के मापने की लिए इस्तेमाल किया जाता है | किसी भी वस्तु की माप के लिए दो चीजों के बारे में जानकारी आवश्यक होती है – पहली तो मात्रक, अर्थात किसी भौतिक राशि के लिए कौन सा मात्रक उपयोग करना है,दूसरा संख्यात्मक मान की जानकारी होना जो, इस बात को बताता है की किसी राशि में उस मात्रक की कितनी बार पुनरावृत्ति हुई है | दूसरे शब्दों में कहें तो यह किसी भी राशि का परिमाण बताता है |
उदाहरण के लिए जब हम किसी भी व्यक्ति का वजन मापते है – और मानतें है की उसका वजन ७०.५ किलोग्राम है , अतः यहां पर इस्तेमाल किया गया किलोग्राम वजन मापने का मात्रक तथा ७०.५ इसका परिमाण है | इसी प्रकार से हर राशि के मापने का अलग -अलग मात्रक होता है जैसे तापमान के लिए डिग्री सैल्सियस, लम्बाई के लिए मीटर , ध्वनि के लिए डेसीबल, तरल पदार्थीं के लिए लीटर इत्यादि |
इसीलिए खासकर भौतिकी से सम्बंधित जितने भी माप होतें है उन्हें उनके मानक मात्रकों के साथ लिखा जाता है | मात्रकों की कई पद्दतियाँ भी होतीं है | मुख्या रूप से यह चार प्रकार की होतीं है – CGS , FPS , MKS , तथा SI पद्दति
सी जी एस :- सेंटीमीटर- ग्राम – सेकंड इसमें लम्बाई -द्रव्यमान – समय के मात्रक होतें है | कुछ लोग इसे मीट्रिक पद्दति के नाम से भी जानतें है |
ऍफ़.पी .एस. :- कुछ लोग इसे ब्रिटिश पद्दति के नाम से जानतें है | इसमें लम्बाई -द्रव्यमान – समय के मात्रक फुट- पाउंड – सेकंड होतें है | इसी प्रकार एम्. के. एस. के लिए मीटर, किलोग्राम और सेकण्ड का उपयोग किया जाता है | परन्तु आज के समय में एसआई पद्दति सबसे अधिक प्रचलित है |
Thanks itna stik se smjhane ke liye