लगभग-लगभग हर जीव को जम्हाई आती है । पेंगुइन्स इसे संभोगन के दौरान तो सांप हर भोजन के बाद अपने जबड़े को सही करने के लिए तो वही गिनी पिग अपने गुस्से को दिखाने के लिए जम्हाई लेते है । तो आखिर मनुष्य किस कारण से जम्हाई लेते है ?
हम मानते हैं की जब कोई व्यक्ति थक जाता तो उसे उबासी आती है परन्तु वैज्ञानिक दृश्टिकोण से देखें तो, जम्हाई आपके दिमाग को शारीरिक रूप से ठंडा रखने के लिए आती है, लगभग -लगभग कंप्यूटर के जैसे हमारे दिमाग को भी सही से काम करने के लिए एक सामान्य तापमान की आवश्यकता होती है और यह अधिक तापमान को टालने की कोशिश करता रहता है ।और यह पता चला है की जम्हाई आपके हृदय गति को बढ़ाती, खून की दौड़ान तेज करती है और बहुत कुछ जो आपके दिमाग को ठंडा रखने के लिए आवश्यक होता है ।इस सबसे बढ़कर गहरी श्वास लेने से ठंडी हवा आपके मस्तिष्क में खून के तापमान को कम करती है ।
साथ ही जब आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है तब जम्हाई आती है, जिसमे हम एक साथ धीरे-धीरे काफी मात्रा में ऑक्सीज़न अंदर खेंचते है और धीरे-धीरे साँस बाहर छोड़ते जिससे हमारे शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति हो जाती है और हम अच्छा और तरोताजा महसूस करतें है ।
पर यहां एक और सवाल भी है की, ऐसा क्यों होता है? की हम जब किसी को जम्हाई लेते देखतें है तो हमें भी जम्हाई आ जाती है ।
मनुष्य,प्राइमेट {स्तनपायी प्राणियों में सर्वोच्च श्रेणी के जीव} यहाँ तक की कुत्तों में भी जम्हाई संक्रमण पाया जाता है, ये लगभग सहानभूति जैसा होता है । यह जम्हाई संक्रमण बच्चों में लगभग ५ से १० की उम्र से शुरू होता है। यह वह उम्र होती है जहां बच्चे एक दूसरे की भावनाओं को समझना शुरू कर देतें है, तो जब वह किसी को जम्हाई लेते देखतें है तो उन्हें भी जम्हाई आ जाती है । परन्तु यह कुछ लोगों के साथ नहीं होता ।
ऐसे लोग जो आत्मकेंद्रित होतें है उन पर सामान्य लोगों की अपेक्षा जम्हाई संक्रमण विकार का असर कम होता है । अतः अगर आपको कम जम्हाई आती है तो आप उन कुछ लोगों में से हैं जो खुद से मतलब रखना पसंद करतें है ।
इसलिए यदि आपको जम्हाई आती है तो ये अच्छी बात है। पर अगर आपको बार- जम्हाई आ रही है तो यह आपके शरीर की तरफ से एक चेतावनी हो सकती है ।
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