जब कोई भी कण या वस्तु किसी समतल में किसी भी एक दिशा की ओर गतिमान होती है तो इसे द्विविमीय गति या समतल में गति कहतें है | द्विविमीय गति में किसी भी वस्तु की गति का रास्ता निर्देशांकों में निकाय के अक्षों x, y,z में से दो अक्षों x,y या y,z या z,x पर होता है|
दुसरे शब्दों में कहे तो अगर कोई वस्तु(object) घुमावदार पथ पर गतिमान होता है, तो हम उसे द्विविमीय गति कहतें है | द्विविमीय गति में वेग सतह के लिए स्पर्शिक होता है |
उदाहरण के लिए मानते है कोई ऑब्जेक्ट किसी समतल में गतिमान है, अतः वह दो निर्देशांकों के निकाय अक्षों x,y पर दिखाई दे रहा है| तो हम उसके मूल बिंदु के सापेक्ष सदिश का (r)का मान लिख सकतें है, जो की इसके x अक्ष और y अक्ष के मान का योग होगा
r = x i cap +y j cap — १
अतः हम इसे इस प्रकार भी लिख सकतें है की द्विविमीय गति, दो एक विमीय गति का योग होती है | इसलिए यदि आपको एक विमीय गति का आंकलन करने आता है तो आप द्विविमीय गति का मान आसानी से ज्ञात कर सकतें है |
जैसा की समीकरण १ में दिखाया गया है की जो वस्तु किसी समतल में गति कर रही थी उसका मान x अक्ष (एक विमीय ) सदिश और y अक्ष (एक विमीय) का योग है|
द्विविमीय गति के दैनिक जीवनशैली में मौजूद उदाहरण:-
1# सड़क पर कार की गति:-
जब कोई कार किसी सड़क पर चल रही होती है पर उसका मार्ग सीधा नही होता तो यह गति द्विविमीय गति कहलाती है | आप कभी दायें तो कभी बाएं मुड़ते है, क्यूंकि रास्ता वक्रीय होता है इसलिए वेग सतह के स्पर्शिक होता है | तो हम कह सकतें है यदि कोई वस्तु किसी घुमावदार रास्ते पर चलायमान होता है तो उसे द्विवीमीय गति कहतें है |
2# गेंद की गति:
जब कोई गेंद को उछाल कर फेंका जाए तो उसकी गति भी x और y अक्षों के साथ एक वक्र पथ पर द्विविमीय गति का उदाहरण प्रस्तुत करती है|
Excellent way of learning.
Thank you so much dear einsty team.
Thanks Bro
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