अगर आप कई तरह के ठोस (जिंक, कॉपर, सिल्वर, गोल्ड ) को पानी में डालते है तो वह डूब जाता है | पर बर्फ( जो की एक ठोस है ) पानी के ऊपर आसानी से तैरती रहती है | हम जानतें होंगे की पदार्थ के तीनो रूप – ठोस , द्रव , गैस में सिर्फ अणुओं की सघनता का अंतर होता है | ठोस में अणु अत्यंत सघन मतलब पास होतें है | जबकि द्रव में अणुओं की सघनता ठोस की अपेक्षा कम होती है और गैस में यह अंतर अत्याधिक होता है | और जब किसी पदार्थ का घनत्व पानी से कम होता है वह वस्तु पानी पर तैरती रहती है |
इसी प्रकार बर्फ पानी से कम घनत्व वाला होता है , जब पानी माइनस ४ डिग्री सेल्सिअस तक होता है तो वह अपने में मौजूद हैड्रोजन एक दुसरे से जुड़ कर ठोस बर्फ का निर्माण करती है | क्यूंकि इसका आकर सायोंजित नही होता अतः उनके बीच में हवा भर जाती है| जिससे वह काफी हल्का और पानी के उप्पर आर्कमडीज के सिन्धात के अनुसार यह पानी में तैरती रहती है और डूबती नही है |
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