बोर का पूरा नाम था- नील्स हेनरिक डेविड बोर। इनका जन्म 1885 को डेनमार्क में हुआ। सन् 1913 में बोर द्वारा परमाणु मॉडल पेश किया गया। नील्स बोर द्वारा रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल में कुछ तथ्यों की अनुपस्थिति का अंदाजा ...
जब एक से अधिक द्रव्य प्राकृतिक रूप से परस्पर मेल से क्रियाशील होकर नए समांग मिश्रण का सृजन करते हैं तो इस क्रिया को विसरण कहा जाता है। द्रव्यों में पाये जाने वाले कणों में परस्पर क्रिया होने से मूल ...
सृष्टि में हर ओर अनगिनत द्रव्य पाये जाते हैं। इन द्रव्यों की प्रकृति, प्रकार व इनके मध्य होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं के सम्बन्ध में बहुत से विख्यात रसायन विशेषज्ञों व वैज्ञानिकों द्वारा कई प्रकार के तर्क व तथ्य प्रस्तुत किये ...
मौलिक कण से अभिप्राय ऐसे कणों से है जो अन्य किसी कण या तत्व से नहीं बने होते, क्योंकि यह स्वयं मूल कण होते हैं, आधारशिला होते हैं। परमाणु के एकदम मध्य का भाग नाभिक कहलाता है अथवा परमाणु के ...
परमाणु के अभिलक्षण अर्थात गुणों को जानने के लिए हमे सबसे पहले यह जानना होगा कि प्रत्येक तत्व विभिन्न प्रकार के रासायनिक गुणों से युक्त होता है या इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि रासायनिक गुणों की भिन्नता के ...
जे.जे.थॉमसन का जन्म 1856 में इंग्लैंड में हुआ था। इनका पूरा नाम जोसेफ़ जॉन थॉमसन था। सर्वप्रथम थॉमसन द्वारा ही 1904 में परमाणु के सम्बन्ध में प्रतिरूप (मॉडल) तैयार किया गया। थॉमसन ने कैथोड किरणों पर कुछ प्रयोग करके इलेक्ट्रॉन ...
२०वीं शताब्दी में ऐसे बहुत से लोग थे, जो हमेशा नयी-नयी खोज में लगे हुए थे। ऐसे लोगों ने बहुत से नये और अभिनव उपकरणों का अनुसंधान तथा निर्माण किया। इसी २०वीं शताब्दी में, रेडियो विकास की पूरी परियोजना भी ...
अगर स्मार्टफोन मोबाइल अप्प्स की बात की जाये तो आज ‘व्हाट्सएप्प’ सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला अप्प है। दुनिया में सबसे ज्यादा सन्देश व्हाट्सएप्प के द्वारा ही भेजे जाते है व्हाट्सएप्प की स्थापना Yahoo के पूर्व ...
आखिर ई-मेल का अविष्कार किसने किया, यह आज तक रहस्य ही बना हुआ है। १९७१ में APRANET के लिए ई-मेल बनाने का श्रेय वास्तव में ‘रे टॉमलिन्सन’ को दिया जाता है। १९७८ में, एक १४ वर्षीय बच्चे – शिव अय्यादुरै ...
आज हम जिस प्रकार के इंटरनेट के स्वरूप को जानते हैं और प्रयोग करते हैं, उस इंटरनेट के स्वरूप की उत्पत्ति के लिए हम किसी एक व्यक्ति को श्रेय नहीं दे सकते। इंटरनेट का वर्तमान स्वरूप बहुत से लोगों के ...