अलसी- अलसी के बीज व इसके तेल दोनों में ही ओमेगा 3 प्रचुर मात्रा में मौजूद रहता है। इसे किसी आहार में मिलाकर या इनका शेक बनाकर सेवन किया जा सकता है या बीज के रूप में सीधे भी खाया जा सकता है।
अखरोट- यह ओमेगा 3 का अच्छा स्त्रोत है। अखरोट की ऊपरी परत में फिनॉल (एन्टी ऑक्सीडेंट) पाया जाता है, परत को अलग किये बिना भी इसका सेवन करना अच्छा रहता है।
सोयाबीन- सोयाबीन का सब्जी के रूप में सेवन, सोया शेक व सोया के सेवन योग्य अन्य रूपों से ओमेगा 3 ग्रहण की जाती है।
कैनोला तेल- तेल के सीधा सेवन करना उचित विकल्प नही है। कैनोला तेल में आहार पकाकर उपयोग कर के ओमेगा 3 प्राप्त किया जा सकता है।
अण्डे- अण्डे ओमेगा 3 का अत्यन्त अच्छा स्त्रोत है। इसके ओर भी कई गुण होते है। इसका सेवन अनेक रूपों में होता है।
मछली- सैल्मन मछली, सार्डिन मछली, छोटी समुन्द्री मछली, शंख मछली आदि में ओमेगा 3 का प्रचुरता में पाया जाता है, परन्तु ये केवल उनके लिए लाभकारी है जो माँसाहारी हैं तथा मछली खाते हैं।
कोड लिवर ऑयल- यह कोड मछली के लिवर से प्राप्त किया जाने वाला एक तेल होता है, जो ओमेगा 3 से भरपूर होता है। इसका सीमित मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए। इसके कैप्सूल भी बाजार में उपलब्ध रहते हैं।
इसके अतिरिक्त चिया बीज, फूलगोभी, मेथी के दाने, पालक, चने, राजमा आदि में भी ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है।
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