हमारे शरीर में हर विटामिन का प्रचुर मात्रा में होना बेहद जरुरी है, तब ही हम पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं। ऐसे ही विटामिन D भी है जिसका प्रमुख स्त्रोत सूरज है। मगर सूरज की गर्मी और खतरनाक किरणें आपके शरीर को काफी हद तक नुकसान पहुंचा सकती है।
यह त्वचा को टैग करने के साथ-साथ त्वचा संबंधित कई बिमारियों की वजह बन सकती है।
सूरज से निकलने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचने के लिए आप में से कई लोग सनस्क्रीन का उपयोग करते ही होंगे। सनस्क्रीन कई तरह से लाभदायक होता है, इसके उपयोग से सनबर्न, बढ़ते उम्र के साथ हो रहे त्वचा में बदलाव के अलावा इसके उपयोग से त्वचा के कैंसर से भी बचा जा सकता है।
मगर क्या आप आप जानते हैं यह क्या है और इसके फायदे और नुकसान क्या है? अगर नहीं, तो आप सही जगह आए हैं।
सनस्क्रीन को एक प्रकार से हम दवाई के रूप में भी देख सकते हैं। इसका प्रमुख उद्देश्य आपकी त्वचा को सूरज से निकलने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरण से सुरक्षित रखना होता है।
सनस्क्रीन में ऐसे कुछ घटक मिलाए जाते हैं जो त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है। इसे बनाने में जिंक आक्साइड या टाइटेनियम डाइऑक्साइड का प्रयोग किया जाता है।
इन सब के अलावा उसमें मौजूद एसपीएफ का भी सनस्क्रीन पर काफी प्रभाव पड़ता है। दरअसल सनस्क्रीन में जितनी मात्रा में एसपीएफ मिलाया जाएगा यह आपकी त्वचा को उतना ही सूरज की गर्मी से बचाएगी। सनस्क्रीन आपको बाज़ार में लोशन या क्रीम के रूप में आसानी से उपलब्ध हो सकती है।
सनस्क्रीन से होने वाले नुकसान
1# सनस्क्रीन से एलर्जी या रिएक्शन होने की संभावना होती है।
2# इससे ब्रेस्ट कैंसर होने का ख़तरा भी बढ़ जाता है।
3# इसके उपयोग से आँखों में जलन भी हो सकती है।
4# इसके उपयोग से बालों की रोम में पस निकलने जैसी परेशानी भी हो सकती है।
5# सनस्क्रीन से मुंहासे भी बढ़ जाते हैं।
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